कृत्वा समयदीक्षाञ्च दत्त्वा समयपादुकाम् । सन्निधायात्मनः शिष्यं वदेन्मन्त्रं न चान्यथा ॥ १४.१५ ॥ हमारे शास्त्रों में कामदेव को प्रेम, सौंदर्य और काम का अधिपति माना गया है । इसलिए परिणय, प्रेम-संबंधों में कामदेव की उपासना और आराधना का अत्यधिक महत्व बताया गया है। किसी भी शुक्रवार या पुर्णिमा से इस https://mua71604.weblogco.com/39251036/rumored-buzz-on-spiritual-guidance